प्रेम खुशियों पर गृहण बनी अपेक्षा
जिंदगी के सफर मे जहाँ तक जाना है वहाँ तक खुश रहना है
तो सबसे पहले स्वंम को खुश रखो स्वंम से लेकर स्वंम को जानो और स्वंम को ही प्यार करो
जिसने स्वंम को जाना वही सुखी है
दूसरो पर कभी भी किसी भी तरह की अपेक्षा मत करना
दूसरो पर आस न करना आस लगाना स्वंम की खुशियों मे आग लगाने के बराबर होता हैं
अपने नियम ***
1 याद रखना जिंदगी के सफर मे जो मिले उसे खुशी से स्वीकार करना
2 कभी भी प्यार मे स्वंम को किसी के लिए कभी मत खोना न कभी उस पर अपना हक जमाना आज...
तो सबसे पहले स्वंम को खुश रखो स्वंम से लेकर स्वंम को जानो और स्वंम को ही प्यार करो
जिसने स्वंम को जाना वही सुखी है
दूसरो पर कभी भी किसी भी तरह की अपेक्षा मत करना
दूसरो पर आस न करना आस लगाना स्वंम की खुशियों मे आग लगाने के बराबर होता हैं
अपने नियम ***
1 याद रखना जिंदगी के सफर मे जो मिले उसे खुशी से स्वीकार करना
2 कभी भी प्यार मे स्वंम को किसी के लिए कभी मत खोना न कभी उस पर अपना हक जमाना आज...