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अहेसास
आज का दिन कुछ नया था । आज का दिन कुछ खास था । पता नही कैसा वो स्वपन था या हकीकत में कुछ समझ नही पा रही थी । में अनेक प्रश्नों में खोयी हुई थी । रातो की नींद उड़ी हुई थी । समज नही आ रहा था जिंदगी का रथ किस और जा रहा था । मेने हजारो गाने सुने थे । मनमे हजारो ख्याल आये थे । हजारो खुशियां जो मेने सोची थी थी वो आज जीवन के सामने आ रही थी ।जीवन का साथ मिलने की खुसी थी तो आने वाला जीवन का स्वपन जो बारबार मेरी आँखों मे घूम रहा था । जीवन का कुछ समझ ही नही आ रहा था और में समझने की कोशिस ही कर रही थी इतने में मेरी माँ का आवाज आया ।मानसी तैयार हो जा तुजे देखने के लिए आज महेमान आये है और जल्दी से निचे आ जा ।
मेरी धड़कन बढ़ रही थी । ख्यालो का अहेसास धीरे धीरे बढ़ रहा था । उतने में मेरी दूसरी सहेलियों का भी आवाज आया अरे मानसी और कितनी देर महेमान आ गए है ।जल्दी से नीचे आ जाओ । में अजीब से अहेसास और बढ़ती धड़कन के साथ धीरे धीरे सीढ़िया उत्तर रही थी ।आज बरसो के बाद अजीब अहेसास जो मेरे दिल की धड़कन और मन का डर बढ़ा रहे थे । में धीरे धीरे करके और बढ़ती धड़कन और अजीब सा मनके डर को लिए नीचे गयी ।महेमान सामने बेठे थे । तभी मेरी माँ बोली ये है मेरी बेटी मानसी और बेटा ये है आरव जो आज तुमको देखने आया है । अजीब डर और सन्नाटा मनको बेचेन कर रहा था ।
मेरे पापा बोले हमारी मानसी बहोत होनहार है और पढ़ने में हमेशा अव्वल आयी है ।और हमारी मानसी जैसी बेटी आपको पूरी दुनिया मे नही मिलेगी । तभी मेने आरव के सामने देखा और वो भी मुजे देखकर थोड़ा मुस्कुरा रहा था लेकिन अजीब सा दर और अहेसास आरव के मन को भी परेशान कर रहे थे ।उतने में आरव बोलै मानसी मेने तेरी सहेलियों से सुना था तुम बहोत अच्छा गाना गाती हो और तुम रसोई बनाने में भी सबसे बेस्ट हो । और परसो तूने जो सब्जी बनाई थी वो भी बहोत टेस्टी थी ।मुजे और डर लगा रहा था कि आरव को ये सब कैसे पता चला और मैने आरव से जरूर पूछा कि ये सब तुम्हे कैसे पता चला तो आरव ने बताया कि में जब यहाँ आ रहा था तब तुम्हारी सहेलियों को तेरे बारे में बात करते सुना था और में तभी मुजे ये बात का पता चला ।
मुजे एक समय लगा की मेरी कुंडली जानके ही आरव आया है और सारी बाते पहले से ही पता होगी तभी आरव के पापा बोले हमे आपसे कुछ भी नही चाहिए ।आपकी बेटी हमारे घर की लक्ष्मी बने और हमारे बेटे के जीवन मे साथ देकर आपका और हमारे कुल का नाम रोशन करे वो ही हमारे लिए सबकुछ है । मेरे मनमे एक ही बात याद रही थी कि ये सब तो हमे अच्छा दिखाने के लिए बोल रहे है जो मेने फिल्मो में भी देखा है और सीरियलो में भी देखा है ।जिससे लडक़ी वाले रिस्ते को जल्दी मान जाए और शादी के लिए हा कह दे ।मेरे पापा ने मेरी और देखा और वो मुजे समज गए थे में क्या सोच रही हु । लेकिन मेरी माँ मेरी समझ को समझने में कही ना कही गलती कर रही थी ।
तभी आरव के पापा बोले आप बिलकुल चिंता ना करे आपकी बेटी हमारी बेटी और आपकी बेटी हमारे यहाँ सुख से रहेगी । आप बिलकुल चिंता ना करे । मेरी माँ जरूर खुस हो रही थी और मुजे कहने लगी कि मानसी ये बहोत अच्छा रिस्ता है ।आरव भी कितना अच्छा है उसको ना कोई व्यसन या ना कोई गलत बात जो तुम्हे कोई तकलीफ दे ।मेरी माँ मुजे समझने में कही ना कही गलती कर रही थी तभी मेरे पापा बोले की ये सब बाते तो चलती रहेगी आप चिंता ना करे ओर अभी तो हमने सिर्फ एक दूसरे को पहेचाना है और अभी अभी हमारी बेटी की पढ़ाई थोड़ी बाकी है तो वो खत्म हो जाये तभी आगे बात करेंगें ।

मेरा मन काफी ख्यालो में खोया हुआ था । जो मेरी समझ के बाहर आ रहे थे । तभी आरव के पापा बोले अच्छा तो हम अभी चलते है बाकी की बात पढ़ाई पूरी होने के बाद करेंगे ।तभी वो चले गए । मेरी माँ काफी उत्साहित थी इस बात से की मेरी बेटी का आनेवाला भविष्य अच्छा होगा ।लेकिन मेरे पापा काफी चिंतित थे और वो काफी परेशान लग रहे थे । अकेली मदहोश खामोसी बारबार मेरे पापा के चहेरे पे साफ साफ दिख रही थी । में अपने ख्यालो में खोई हुई अपने पापा से मिली और में पूछने ही जा रही थी कि पापा आप क्यू परेशान हो आखिर कोनसी बात है जो आपको अंदर से चिंतित कर रही है ।

तभी मेरे पापा बोले कि में जानता हु तुम मुजे मिलने के लिए क्यू आयी हो और में ये भी जानता हूं कि तेरे मन मे अभी कौनसे ऐसे ख्याल है जिन ख्यालो का जवाब मिलना जरूरी है ।जो अंदर से ही तुम्हे पिगला रहे है ।मेरे पापा ने बताया जीवन है तो जीवन के कई पहेलु भी है जिसे समझना हमारे लिए कईबार कठिन होता है ।और जब हम समझ भी जाये फिर भी हमारे जीवन मे लाना कठिन होता है ।आनेवाला जीवन भी उसी राह में तुम्हे ले जाएंगा जहा से तुम्हारी खरे सोने की तरह सही जीवन की परीक्षा की जाएंगी । मेने तभी कहाँ की आपके सँस्कार और आपका प्यार और आपने सिखाई हुई जीवन की हर बातो पे मुजे पूरा विश्वास है कि मुजे जीवन की हर परीक्षा में जरूर वो हिमंत , शक्ति और विश्वास देंगे जहा से में जीवन की हर परीक्षा ने सफल बनकर जीवन ने जरूर सच्चा हीरा बनूँगी जो हिरे की चमक से दो परिवार के लिए आने वाले सभी परिस्थितियों का सामना करके अच्छा जीवन बना सकू ।

मेरे पापा तभी बोले कि अब तुम काफी होशियार और समझदार हो चुकी हो जीवन के हर पहेलु को समझना सीखी हो तो जीवन मे मुजे इस बात में कोई संदेह नही दिखता की तुम जीवन मे जरूर 24 कैरेट सोना बनोगी और दो परिवार का नाम जरूर रॉशन करोगी । और इतनी सी बात कहकर मेरे पापा बोले कि अभी तुम्हे पढ़ाई में ध्यान देना चाहिए और उसमें अच्छे नंबर से पास हो कर और अच्छा परिणाम लाकर हमारे परिवार का नाम जरूर रॉशन करना है । इतना कहेकर मेरे पापा ने कहा कि तुम्हे अब बेटा तुम थक गई होगी और अभी आराम करलो सुबह कॉलेज भी तो जाना है ।

में इतना सुनकर  आराम करने चली गयी और में इतना ही सोच रही थी कि किसी भी हालत में मुजे मेरे माँ और पापा ने जो बाते जीवन मे सिखाई है उसपे अमल करना है और अच्छा जीवन बनाना है और माँ और पापा का नाम रॉशन करना है ।और तभी में ये बाते सोचकर सो गई और धीरे धीरे वक्त बीतता गया , महीने बीतते गए और फाइनल वो दिन आ गया जहाँ मेंने अपनी पढ़ाई पूरी करदी और में अच्छे परिणाम से पास हो गयी । और मेरे पापा ने पूरे परिवार में मिठाई बांटी की मेरी बेटी जीवन मे अच्छे नंबर से परिणाम लायी है और हमारे परिवार का नाम रॉशन किया है और सभी जगह परिवार में खुशियों का माहौल था ।

और में 2 से 3 दिन तक काफी खुश थी कि मेरा अच्छा परिणाम आया है और मेंने अपनी पढ़ाई पूरी कर दी है ।तभी मुजे मिलने के लिए आरव आया था ।में काफी सोचमे पड़ गई कि जरूर ये सगाई की बात करने आया होगा । लेकिन आरव ने आते ही मुजे एक गिफ्ट दिया और बोला कि अभिनंदन तुम इतना अच्छा परिणाम लायी हो । में काफी सोचमे पड़ रही थी कि ये कुछ अलग दिख रहा है । तभी मेने उसे थैंक्स कहा और तभी वो वहाँ से चला गया । लेकिन जब मैने गिफ्ट देखा तो उसमें एक बात लिखी थी जिसने मेरे दिल को काफी असर पहोचाई थी ।उसमें लिखा था कि " जीवन जो तुम समझ रही हो उतना आसान भी नही है और तुम जो सोच रही हो उतना कठिन भी नही है " तुम जो समज रही हो वो जीवन का मार्ग है लेकिन वो मार्ग कहा ले जाएगा वो तुम्हे नही पता किन्तु तुम्हे ये बात जरूर पता है कि मुजे उस मार्ग पे चलना है और अच्छा जीवन बनाना है ।

फिर एक हप्ते जैसा हो गया और आरव फिरसे मुजे मिलने आया और काफी खुश नजर आ रहा था और बोला कि में तुम्हे कुछ दिखाना चाहता हु मेने बोला क्या उसने मुजे 3 फ़ोटो बताई जिसमे 1 फ़ोटो थी वृद्धाश्रम की 2 फोटो थी भगवान के मंदिर की और 3 फ़ोटो थी समसान की में ने पूछा की ये तुम क्यू दिखा रहे हो तभी वो बोला कि जीवन मे ये 3 फोटो उसी बात का प्रतिक है कि जीवन मे हजारो लोग मिलेंगे लेकिन अपना एक भी नही हम सभी जीवन के सिर्फ कर्ता है बाकी जीवन बनाने का काम तो भगवान के हाथों में और अपने चुने हुए मार्ग और अपने जीवन के जीवन साथी पे निर्भर करता है ।

तभी में काफी कुछ समझ चुकी थी ।तभी मेने पूछा इस बात से तुम क्या कहेना चाहते हो उसने बताया कि जो तुम कहेना चाहती हो और तुमारे दिल मे तुम खामोश होकर उस बात को कहेना चाहती हो और मैने तभी कुछ जवाब दिया नही लेकिन मुजे उसकी बात कही ना कही अपने दिल को सही लग रही थी और मेरे मन मे आरव की बात ही घूम रही थी और तभी मेने पापा से बात की आरव मुजे ये बात कह रहा था तभी मेरे पापा बोले वो बहोत सही कह रहा है और मुजे आरव की इस बात पे और आरव पे पूरा विश्वास है कि वो तेरे लिए बिलकुल सही है । और मेरे पापा ने और मेरी माँ ने आरव के साथ सगाई के लिए मुजे हा कह दिया था ।

में काफी अपने आप के ख्यालो में खोई हुई थी और कुछ अनोखा अहेसास कर रही थी जो आज से पहेले कभी मुजे नही हुआ था । और उधर आरव किभी अच्छी नोकरी लग गयी थी और वो काफी प्रगति कर रहा था । और आरव के माँ और पापा ने मेरे साथ आरव की सगाई करने के लिए हा कह दिया था । तभी अगले हप्ते आरव मुजे मिलने आया और पहेले थोड़ा खामोसी की नजरों से मुजे देख रहा था और थोड़ा सहमा हुआ था तभी मेने आरव से कहा कि मेरे मा और पापा ने सगाई के लिए हां कही है तुम्हारा क्या खयाल है तभी उसने भी कहा मेरे भी परिवार ने सगाई के लिए हाँ कहा है ।

फिर मेने आरव से पूछा कि क्या ये जल्द बाजी नही हो रही है तब उसने कहा कि मुजे नही पता उस बारें में तुम्ही बताओ । मेने कहा अभी रुकना चाहिए फिर कुछ सोचेंगे और उसने कहा ठीक है जो तुम सही समजो और 6 महीने तक ये बात रुक गयी और नातो आरव ने जल्दबाजी की ना तो मैने और ये बात को हुए 6 महीने बीतने के बाद आरव ने कहा कि तुम्हारा क्या ख्याल है तब मैंने कहा जो तुम्हे सही लगे और आरव ने सगाई के लिए हामी भरी और हमारी सगाई के लिए दोनों परिवार का फिरसे मुलाकात हुई और सगाई की तारीख निकाली जो 2 महीने बाद कि थी और हमारी सगाई फिरसे 2 महीने पीछे चली गयी ।

ये 8 महीने मेरे जीवन के सबसे बड़े टर्निंग पॉइंट साबित हुए और मेरे जीवन के सबसे अच्छी बात मुजे इन्ही 8 महीनों में सीखने मिली थी और इन्ही 8 महीनों में मुजे सही जीवन के बारे में पता चला था और मेरे जीवन में सबसे अच्छी बात जो मुजे पता चली वो ये थी कि जीवन की राह हम पसंद नही करते बल्कि राह हमे पसंद करती है और उन्ही राह में हमारा जीवन चलता है और चलता रहेगा ।एक राह में सुरु हुआ और कई उतार चढ़ाव के बीच पूरा हुआ ।जीवन के शरूआत में भी अकेले और बादमे अंत मे भी अकेले ।हमारे रिसते नाते वो सब ये है कि जो हमारे जीवन के आधार स्तंभ बनते है जिसपे हमारा जीवन का सुवर्ण महेल तैयार होता है ।और यही महेल के अच्छे और सच्चे रिस्ते और बाते लोगो के दिलो में हजारों साल तक रहेते है जिसमे उनको जीवन जीने का नया अनुभव मिलता है ।

और 2 महीने बीतने के बाद सगाई का वो दिन आ ही गया जिसकी कबसे बाते हो रही थी और कबसे इंतिज़ार था ।और सगाई के दिन काफी उत्साह था क्युकी मेरा उत्साह इस बात पे नही था की मेरी सगाई हो रही है बल्कि मेरा उत्साह इस बात पे था कि जीवन के करोड़ो व्यक्ति में आज मुजे एक व्यक्ति मिला है जो मुजे समझ सकता है और मेरे ख्यालो में रह सकता है और मेरा सही में जीवनसाथी बन सकता है । और वो दिन काफी अदभुत था और वो दिन का अहेसास भी काफी अदभुत था ।और सगाई के बाद जो मेरा जीवन था उसमें बहोत बाते सीखने मिली थी जो जिवन को काफी समझने और पहेचान ने में उपयोगी हुई थी ।

सगाई के बाद शादी की बात आयि जब और शादी का मुहर्त 1 महीने बाद का ही था । और 1 महीने के बाद मेरी शादी का दिन वो आयी गया मेरे पापा बहोत खुश थे और मेरी माँ के चहरे पे जरूर शादी की खुसी दिख रही थी । और तभी मेरे पापा मुजे मिलने आए और बोले बेटा में तुम से एक ही बात कहेना चाहता हु की जैसे एक पुत्र के नाम से जब अपने पिता की पहेचान हो तब पिता का नाम रॉशन होता है वैसे ही तुम्हारे नाम से ना केवल मेरा बल्कि अपने दो परिवार की जब पहेचान हो तब अपना जीवन सफल समझना और हमेशा उस बात पे ध्यान रखना की तुम्हारे नाम से दो परिवार का नाम हमेशा रॉशन और हमेशा दोनों परिवार के तुम आर्शीवाद रूप बन कर सही अर्थ में अपना जीवन अच्छा बना शको और में वही अपने पापा के सामने फूटफूट कर रोने लगी थी लेकिन मेरे पापा ने फिरसे मुजे हिम्म्त दी अब रोना नही है क्युकी जीवन अब की परीक्षा रोने से नही बल्कि जीवन की खुशियों से देनी होगी ।जिस खुसी में संस्कार , गुण और अपने दोनों परिवार का नाम रॉशन करने की सही अर्थ में भावना और महेनत हो ।

और तभी कई सारे लोग मुजे मिलने आये और कही बात बताई जिसमे सबसे अच्छी तो मुजे मेरे पापा की ही बात लगी और उस दिन मेरी शादी हो गयी और आज में शादी के बाद काफी खुश हूं और जीवन को सही अर्थ में जिना सीखी हु और मेरा परिवार हमेशा मुझ पर गर्व करता है की सही में तुम हमारे घर की लक्ष्मी हो और हमारे घर की बेटी हो और हमारे आरव की सही में तुम जीवनसाथी हो । और आज मेरे जीवन का ये बात मुझे करते हुए काफी खुसी महेसुस हो रही है और आशा है आपको जीवन का सही अहेसास मेरी इस बात से जरूर हुआ होगा और आपको भी जीवन मे कुछ सीखने और समझने मिला होगा ।

और हमेशा एक बात का ध्यान रखिए कि जीवन एक मार्ग है जिसपे हम चल रहे है और आगे भी चलते रहेंगे और हमारा जीवन का सफर एक नक्की होता है जो जीवन के शरूआत से अंत समय तक चलता रहेता है और भगवान ने उन्ही मार्गो के आधार पर पूरी दुनिया की रचना की है इसलिए कभी भी जीवन मे ऐसी कोई भी बात हो तो कभी ये मत सोचिए कि मेरे साथ ऐसा क्यू हुआ और कैसे हुआ क्युकी वो सब इन्ही मार्ग में आते है जो जीवन मे भगवान ने हमारे लिए बनाई है और ये सब उन्ही जीवन के मार्ग का एक भाग होता है जिसपे हमारा जीवन सही अर्थ में अच्छा और सच्चा भविष्य बनता है । तो जीवन मे हमेशा अपने आप पे भरोषा रखे और अपनी अंदर जो हिमंत और शक्ति है उस ही हिमंत,  शक्ति और विश्वास से अपने जीवन मे हमेशा आगे बढ़े और सफलता प्राप्त करे ।


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