जिंदगी के इस सफर में अपना क्या पराया क्या..…
अपना क्या पराया क्या,
यहां तो हर एक सख्श दर्द देता है
दया क्या और दुआ क्या ,
वक्त हर जख्म भर देता है,
जीते है जिसे अपना कह कह कर,
वो पल भर में पराया कर देता है ,
दिल में बसी...
यहां तो हर एक सख्श दर्द देता है
दया क्या और दुआ क्या ,
वक्त हर जख्म भर देता है,
जीते है जिसे अपना कह कह कर,
वो पल भर में पराया कर देता है ,
दिल में बसी...