रक्षाबंधन
"रक्षाबन्धन" शब्द जिससे आप सभी परिचित हैं,जिसमें हर बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बाँधती है,और भाई उसकी रक्षा करने का प्रण लेता है। हर वर्ष हम इस "रक्षाबन्धन" नामक त्यौहार को इसी प्रकार मनाते हैं। जिनके भाई-बहन नहीं हो या उनसे दूर हों,वे अपने मित्रों को भी राखी बाँधते हैं।
(क्योंकि यहाँ पर अर्थ है भाव का।)
अगर कोई मनुष्य किसी अनजान की रक्षा बिना अपने प्राणों की परवाह किए करता है,तो वो भाई से भी अधिक पूजनीय है,वास्तव में वही "रक्षाबन्धन" का अर्थ सार्थक करता है।
आप सोच रहे होंगे कि आज भला मैं ये सब बातें क्यों कर रहा...
(क्योंकि यहाँ पर अर्थ है भाव का।)
अगर कोई मनुष्य किसी अनजान की रक्षा बिना अपने प्राणों की परवाह किए करता है,तो वो भाई से भी अधिक पूजनीय है,वास्तव में वही "रक्षाबन्धन" का अर्थ सार्थक करता है।
आप सोच रहे होंगे कि आज भला मैं ये सब बातें क्यों कर रहा...