बेनाम पत्र🙂
वो जो तुम्हारे व्हाट्सएप में जाकर लिखकर मिटा देते हैं ये वही बातें हैं जो कभी किसी से कह नहीं पाते क्योंकि इन्हें कोई समझ नहीं सकता ,
और मिटा इसलिए देते हैं क्योंकि अब लगता है तुम भी नहीं समझती।
ये वो प्रेम की बातें हैं जो तुम काफी पीछे छोड़ आयी हो , अब तुम इसे समझ नहीं पाती।
ये जो निस्वार्थ, निश्छल, निडर स्वभाव था न तुम्हारा ये धुंधला हो गया है तुम्हारी आँखों में और साथ में प्रेम भी ओझल हो गया है !!
याद रखना राधा की हर चोट की पीड़ा कृष्ण ने भोगी है और हर गलती का दंड भी कृष्ण ने ही सहा है।
मगर प्रेम करना नहीं छोड़ा।
काश तुम देख पाती की हार रहा हूँ मैं ,
समझ पाती की प्रेम का समापन हो रहा मेरे अंदर, भरोसा डगमगा रहा है।
सिर्फ नजरें इंतज़ार में हैं.....कि तुम आओगी एक दिन औऱ सब कुछ एक पल में ठीक हो जाएगा...
© Rising_लेखक✍️🖤
और मिटा इसलिए देते हैं क्योंकि अब लगता है तुम भी नहीं समझती।
ये वो प्रेम की बातें हैं जो तुम काफी पीछे छोड़ आयी हो , अब तुम इसे समझ नहीं पाती।
ये जो निस्वार्थ, निश्छल, निडर स्वभाव था न तुम्हारा ये धुंधला हो गया है तुम्हारी आँखों में और साथ में प्रेम भी ओझल हो गया है !!
याद रखना राधा की हर चोट की पीड़ा कृष्ण ने भोगी है और हर गलती का दंड भी कृष्ण ने ही सहा है।
मगर प्रेम करना नहीं छोड़ा।
काश तुम देख पाती की हार रहा हूँ मैं ,
समझ पाती की प्रेम का समापन हो रहा मेरे अंदर, भरोसा डगमगा रहा है।
सिर्फ नजरें इंतज़ार में हैं.....कि तुम आओगी एक दिन औऱ सब कुछ एक पल में ठीक हो जाएगा...
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