दिल की बात 2
पहले सोचती थी रोती थी की
मेरे साथ ही ऐसा क्यों हो रहा है
पर अब बुरा होता भी है तो भी रोना कम
मगर हसीं ही आती हैं
खुद पर भी और बुरे हालात पर भी
और बोलती हूं खुदसे
मरी नहीं हूं अब तक...
मेरे साथ ही ऐसा क्यों हो रहा है
पर अब बुरा होता भी है तो भी रोना कम
मगर हसीं ही आती हैं
खुद पर भी और बुरे हालात पर भी
और बोलती हूं खुदसे
मरी नहीं हूं अब तक...