long distance relationship
लफड़ा नया नया शुरू हुआ है उनका! फ़ेसबुक whatsapp की चैटिंग असीमित हैं। बातें करते करते सोते नही! सुबह एक दूसरे को ज़बरजसती सुलाना पड़ता है! रात के अंधेरे में ख़याली पुलाव पका करते हैं! जीयो 5G लौंच हो गया है अभी! 4G भी काम चल रहा उनका! इमर्जन्सी में कहीं नेटपेक ख़त्म हो जाए तो एक आध sms में अपनी बातें कह दी जाती हैं! ❤️
लड़का सुबह उठता है, कोचिंग को निकलता है और उधर कॉल लगाता है! उधर आलस से भारी हुई "गुड मॉर्निंग" की आवाज़ आती है! इधर से "आहा! अब हुई हमारी गुड मॉर्निंग" जवाब जाता है! प्यार इस कदर पनप रहा जैसे बालकनी पे मनीप्लांट का पौधा!इश्क़ होता है इन्ही छोटी छोटी बातों से है!
वो रात भर अपनी बातें बताती है! कम्फ़र्ट हो गयी उसके साथ बतियाते हुए! अपनी पसंद, ख़्वाहिशें और दर्द! ज़िन्दगी गुज़ारने के सपने भी देखती है उसके साथ पर इसलिए नही कह पाती कि कहीं किसी की नज़र न लग जाए! लड़के के इशारों इशारों में अपने दिलकी बात बता दी है! लड़की ने हाँ नही कहा! लेकिन ये इंकार भी नही है!
Long distance relationship रातों के conversations में ही पनपता है! रज़ाई कम्बल में अपनी अलग दुनिया! अलग मुस्कान! रफ़ी लता के गाने! और बहाना ढूँढ के उनको कॉल लगाना! सब कुछ इतना ख़ूबसूरत, इतना सच्चा, इतना निर्मलजैसे हक़ीक़त न हो कोई प्रेमचंद जी की कहानी का लव सीन हो!
ये वो दौर है जहाँ ख़ुद से ज़्यादा सामने वाले की फ़िक्र होती है! जहाँ अपना भूल सब उनका याद होता है! जहाँ मिलने को एक एक दिन काट के गुज़ारने पड़ते हैं!जहाँ एक लाइन लड़की गुनगुनाती है तो दूसरी लाइन लड़का अपनी बेसुरी आवाज़ मे गा के पूरा करता है! वो लता जी वाला गाना है न हाँ हाँ वही हाल है उनका..
"आजकल पाँव ज़मीं पर नहीं पड़ते मेरे..
बोलो देखा है कभी तुमने मुझे उड़ते हुए!"
❤️❤️❤️
लड़का सुबह उठता है, कोचिंग को निकलता है और उधर कॉल लगाता है! उधर आलस से भारी हुई "गुड मॉर्निंग" की आवाज़ आती है! इधर से "आहा! अब हुई हमारी गुड मॉर्निंग" जवाब जाता है! प्यार इस कदर पनप रहा जैसे बालकनी पे मनीप्लांट का पौधा!इश्क़ होता है इन्ही छोटी छोटी बातों से है!
वो रात भर अपनी बातें बताती है! कम्फ़र्ट हो गयी उसके साथ बतियाते हुए! अपनी पसंद, ख़्वाहिशें और दर्द! ज़िन्दगी गुज़ारने के सपने भी देखती है उसके साथ पर इसलिए नही कह पाती कि कहीं किसी की नज़र न लग जाए! लड़के के इशारों इशारों में अपने दिलकी बात बता दी है! लड़की ने हाँ नही कहा! लेकिन ये इंकार भी नही है!
Long distance relationship रातों के conversations में ही पनपता है! रज़ाई कम्बल में अपनी अलग दुनिया! अलग मुस्कान! रफ़ी लता के गाने! और बहाना ढूँढ के उनको कॉल लगाना! सब कुछ इतना ख़ूबसूरत, इतना सच्चा, इतना निर्मलजैसे हक़ीक़त न हो कोई प्रेमचंद जी की कहानी का लव सीन हो!
ये वो दौर है जहाँ ख़ुद से ज़्यादा सामने वाले की फ़िक्र होती है! जहाँ अपना भूल सब उनका याद होता है! जहाँ मिलने को एक एक दिन काट के गुज़ारने पड़ते हैं!जहाँ एक लाइन लड़की गुनगुनाती है तो दूसरी लाइन लड़का अपनी बेसुरी आवाज़ मे गा के पूरा करता है! वो लता जी वाला गाना है न हाँ हाँ वही हाल है उनका..
"आजकल पाँव ज़मीं पर नहीं पड़ते मेरे..
बोलो देखा है कभी तुमने मुझे उड़ते हुए!"
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