निशांत: एक प्रेम कहानी
निशांत: एक प्रेम कहानी
अध्याय 1: पहली नजर का प्यार
निशांत एक साधारण सा लड़का था। दिल्ली के एक कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था। उसकी ज़िंदगी में सब कुछ ठीक चल रहा था, दोस्तों के साथ मस्ती और पढ़ाई के बीच संतुलन बनाकर। लेकिन एक दिन, उसकी ज़िंदगी में एक लड़की की एंट्री हुई, जिसका नाम था रिया।
रिया ने पहली बार जब कॉलेज में कदम रखा, तो जैसे सब कुछ थम गया। उसकी मुस्कान में एक खास जादू था जो सबको आकर्षित कर रहा था। निशांत ने पहली बार उसे देखा और उसके दिल की धड़कन तेज हो गई। उस दिन के बाद, निशांत ने ठान लिया कि वह रिया से दोस्ती करेगा।
अध्याय 2: दोस्ती का सफर
निशांत ने अपने दोस्तों से रिया के बारे में बातें करना शुरू किया। उसके दोस्तों ने उसे हिम्मत दी और उसे रिया से बात करने का सुझाव दिया। एक दिन, निशांत ने अपने दिल की हिम्मत जुटाई और रिया के पास गया।
"क्या मैं आपके साथ बैठ सकता हूँ?" निशांत ने हिचकिचाते हुए पूछा।
रिया ने मुस्कुराते हुए कहा, "हाँ, क्यों नहीं।"
उनकी बातचीत शुरू हुई और धीरे-धीरे उनकी दोस्ती गहरी होती गई। दोनों ने साथ में पढ़ाई की, कॉफी पीने गए और एक-दूसरे के साथ अपनी पसंदीदा चीजें साझा की।
अध्याय 3: प्यार का एहसास
कुछ महीनों बाद, निशांत को एहसास हुआ कि वह रिया से प्यार करने लगा है। लेकिन उसे डर था कि अगर उसने उसे बताया, तो उनकी दोस्ती खत्म हो जाएगी। उसने अपने दिल की बातों को अपने पास ही रखने का निर्णय लिया।
एक दिन,...
अध्याय 1: पहली नजर का प्यार
निशांत एक साधारण सा लड़का था। दिल्ली के एक कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था। उसकी ज़िंदगी में सब कुछ ठीक चल रहा था, दोस्तों के साथ मस्ती और पढ़ाई के बीच संतुलन बनाकर। लेकिन एक दिन, उसकी ज़िंदगी में एक लड़की की एंट्री हुई, जिसका नाम था रिया।
रिया ने पहली बार जब कॉलेज में कदम रखा, तो जैसे सब कुछ थम गया। उसकी मुस्कान में एक खास जादू था जो सबको आकर्षित कर रहा था। निशांत ने पहली बार उसे देखा और उसके दिल की धड़कन तेज हो गई। उस दिन के बाद, निशांत ने ठान लिया कि वह रिया से दोस्ती करेगा।
अध्याय 2: दोस्ती का सफर
निशांत ने अपने दोस्तों से रिया के बारे में बातें करना शुरू किया। उसके दोस्तों ने उसे हिम्मत दी और उसे रिया से बात करने का सुझाव दिया। एक दिन, निशांत ने अपने दिल की हिम्मत जुटाई और रिया के पास गया।
"क्या मैं आपके साथ बैठ सकता हूँ?" निशांत ने हिचकिचाते हुए पूछा।
रिया ने मुस्कुराते हुए कहा, "हाँ, क्यों नहीं।"
उनकी बातचीत शुरू हुई और धीरे-धीरे उनकी दोस्ती गहरी होती गई। दोनों ने साथ में पढ़ाई की, कॉफी पीने गए और एक-दूसरे के साथ अपनी पसंदीदा चीजें साझा की।
अध्याय 3: प्यार का एहसास
कुछ महीनों बाद, निशांत को एहसास हुआ कि वह रिया से प्यार करने लगा है। लेकिन उसे डर था कि अगर उसने उसे बताया, तो उनकी दोस्ती खत्म हो जाएगी। उसने अपने दिल की बातों को अपने पास ही रखने का निर्णय लिया।
एक दिन,...