दोहरी भूमिका समझ की
मैने जाना है
आज समाज कि सच्चाई सामने खड़ा हैं
कि समाज में कई लोग हैं जो
आज रुप रंग देख कर
देह रहे हैं काम, ध्यान आदि।।
कैसा दौर शुरू हुआ है
जहां अब करते हैं तो सब ईमानदार कि
पर छुप छुपा कर करते हैं...
आज समाज कि सच्चाई सामने खड़ा हैं
कि समाज में कई लोग हैं जो
आज रुप रंग देख कर
देह रहे हैं काम, ध्यान आदि।।
कैसा दौर शुरू हुआ है
जहां अब करते हैं तो सब ईमानदार कि
पर छुप छुपा कर करते हैं...