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मेरा चीनू ❤️🥰
चीनू ये बहुत ही प्यारा सा दोस्त हैं मेरा हालांकि इसके जैसे मेरे और भी दोस्त हैं जैसे किट्टू और हमारे एक गाय और 3 भैसे भी हैं
हमारे का अर्थ हैं मेरे मामाजी के यहां यानी के मेरे ननीहाल में
ये बहुत प्यारे हैं ये मुझे तब पता चला जब मेरे नानाजी की तबियत खराब होने के कारण उन्होंने इन बकरे बकरियों को बाड़े में ही रखना शुरू कर दिया क्योंकि अब वो डूंगर पर चढ़कर इन्हें चराने जाने में असहमत हो गए और इनके यही रहने का वक्त शुरू हो गया
फिर दिन में मैं हमारे बाड़े में जाने लगी और इनके पास रुक कर दो चार बाते बतियाने लगी और जब भी मैं परेशान होती इनके पास जाकर बैठ जाती इनको सहलाती इनसे बाते करती और ये भी मुझे देख मेरे पास आ जाते और कभी मेरे बालों को खाते कभी मेरे कपड़ों को और मैं इनको प्यार से डांटती और डांटने के बाद तो ये और ज्यादा शैतानी करते
पता हैं चीनू का नाम चीनू क्यों रखा क्योंकि उसकी बहन भी थी चीनी
चीनी चीनू का जन्म एक ही दिन हुआ 2 जनवरी 2024 को लेकिन बाद में चीनी की मृत्यु हो गई 4 जनवरी को और में बहुत दुखी हुई क्योंकि जब चीनू ने जन्म लिया तो ये एक पैर से ठीक से चल नहीं भी पाता था और चीनी बिल्कुल तंदरुस्त थी मुझे बिल्कुल अंदेशा नहीं था की चीनी हमें छोड़कर चल जाएगी हां इसे लेकर ख्याल आ जाता था क्योंकि ये दूध नहीं पीता था तो डर लगा रहता था मगर चीनी के जाने पर मेरा तो दिल ही टूट गया था ।।
अब बात करते हैं किट्टू की अरे किट्टू तो अब बहुत बड़ा हो गया हैं
एक दम गबरू जवान 😀 वो बहुत प्यारा हैं वो इन सबसे ज्यादा लाड़ला हैं मेरा वो तो बहुत ज्यादा पसंद हैं मुझे लेकिन बांद्रा बड़ा हो गया हैं न तो मैं उसे उठा भी नही पाती और अब तो वो मेरे पास इतना रुकता भी नहीं हैं में जाती हु उसके पास और मुझसे दूर भाग जाता हैं
गांव बहुत कम जाना होता हैं और आज मुझे इनकी याद आ रही हैं क्योंकि मैं खुद जानवर हूं ना 😀😝तो मुझे उनको मेरी बाते बतानी थी की मैं कैसी हूं मेरे क्या हाल चाल हैं और उनको प्यार से सहलाना था गुदगुदी करनी थी हा लेकिन क्या कर सकते हैं मैं यहां हूं यहां वो वहां हैं वहां
पता हैं हमारे सांवली सी मेरी तरह एक गाय भी हैं लेकिन मेरी तरह भोली बिल्कुल नहीं हैं जो भी पास जाता हैं उसे मारती हैं
लेकीन चालाक हैं वो मैं जब भी जाती हूं नहीं मारती हैं क्योंकि जानती हैं की ये तो मेरी गर्दन पर हाथ फेरेगी मेरी खुजली मिटाएगी मेरी कमर सेहलाएगी
और जब मन भर जाता महारानी का तो मुझे भी सिंह दिखाने लगती जैसे बोल रहीं हो जा जा हो गई मेरी सेवा आज के लिए बहुत हैं
ये लोग बहुत प्यारे तो हैं ही लेकिन हाय राम बहुत शैतान भी बाड़े में से निकल जाए तो इनको वापस अंदर बूजना बड़ा मुश्किल होता था और मुझे तो बहुत ज्यादा क्योंकि मुझे गांव की जुगाड़बाजी नहीं आती 🤭हालांकि ये शैतान सीखा ही देंगे शैतानी ही इतने करते हैं
ये सब हैं मेरे दोस्त प्यारे हैं ना उम्मीद हैं की जब जाऊंगी तब तक और शैतान धरती पर अवतरित हो चुके होंगे 😀