ख्वाबों की दुनिया
एक बात बोलूं क्या तुम्हें याद है हमारी पहली मुलाकात इत्तेफाक और गलतफहमी का भंडार था
हमें एक दूसरे से सालो पहले ही इश्क हो गया था लेकिन उसे इजहार करने के लिए हमें दुबारा मिलना पड़ा कहते हैं ना हर एक काम सही समय पर हो तो सही होता यह वही दिन था हमारे जीवन का अमृत काल था अभिजीत मुहूर्त हम पंडितों के लिए अभिजीत मुहूर्त सबसे अच्छा होता है और वह समय मेरे लिए वही था
दोस्त की शादी में तुमसे मिलना जब मैंने तुम्हें पहली बार देखा ना तो तुम मुझे बहुत घमंडी लगे और डरावने भी पर क्या कर सकते हैं बिजनेसमैन को घमंडी होना पड़ता है वह हर किसी से तो बात नहीं कर सकते ना सच में पहली बार जो तुम्हें देखकर सोची थी वो एकदम गलत था जब...