अपने आप को कमजोर मत समझो
तू अपने आपको कमज़ोर समझता है,
अपने आपको हीन मानता है,दलित,पीड़ित जानता है,
पर मैं तो तुझ पर ही फ़िदा हूंँ।
मुझे अमीरों की अट्टालिकाएं
आकर्षित नहीं करती ,मुझे तो मेहनत से बनाई
तेरी झोंपड़ी ही ताजमहल लगती है।
ऊंचे उड़ते जहाज मुझे रोमांचित नहीं करते,
मुझे तो तेरे सपनों की उड़ान भाती है।
लोग लिखते होंगे ग्रंथ,पढ़ते कसीदे अमीरों के लिए,
मैं तो मेरे शब्द...
अपने आपको हीन मानता है,दलित,पीड़ित जानता है,
पर मैं तो तुझ पर ही फ़िदा हूंँ।
मुझे अमीरों की अट्टालिकाएं
आकर्षित नहीं करती ,मुझे तो मेहनत से बनाई
तेरी झोंपड़ी ही ताजमहल लगती है।
ऊंचे उड़ते जहाज मुझे रोमांचित नहीं करते,
मुझे तो तेरे सपनों की उड़ान भाती है।
लोग लिखते होंगे ग्रंथ,पढ़ते कसीदे अमीरों के लिए,
मैं तो मेरे शब्द...