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इश्क़ एक गुनाह है।
Part 4.
कशिश बस मोहब्बत के ख्यालों में गुम थी मोहब्बत क्या है? मोहब्बत कहीं भी किसी से भी हो जाती है? कोई आपको जान से भी ज्यादा अज़ीज़ हो जाता है। मोहब्बत मजबूत से मजबूत इंसान को अपना गुलाम बनने पर मजबूर कर देती है। क्या साहिल मुझसे सच में मोहब्बत करता है? बिस्तर पर करवट बदलते हुए कशिश अपने दिल ही दिल में ये सोच रही थी।
ओह हो ये मोहतरमा यहां आराम फरमा रही हैं और घर के सारे लोग इन्हें ढ़ूंढ रहे हैं साहिल की आवाज़ सुनते ही कशिश घबरा कर उठ गई साहिल की आवाज़ उसके तन बदन में लर्जिश पैदा कर रही थी। कशिश गुस्से में बोलो क्यों आए हो यहां तुम साहिल मैं तो अपनी मोहब्बत को देखने आया हूॅं कि वह कितनी हसीं और खूबसूरत है इतने में ही सकीना मरियम और लुबना भी कशिश के कमरे में आ गए। सकीना अप्पी उठो तैयार हो जाइए आज साहिल भाई हम सबको आइसक्रीम खिलाने बाहर ले जा रहे हैं आप भी साथ चलिए। कशिश ने जैसे ही साहिल को देखा वैसे ही साहिल ने आंख मारते हुए कहा चलें मोहतरमा। कशिश छेंप गई और साहिल की तरफ़ पीठ करके बोली मेरा सिर दर्द कर रहा है तुम लोग हो आओ। जैसे ही साहिल ने ये बात सुनी उसने सबसे कहा कल चलते हैं आइसक्रीम खाने आज मैडम का सिर दर्द कर रहा है।
पर बाक़ी सब कहां मानने वाले थे सब कशिश को सुनाने लग गए तभी साहिल ने कशिश से प्यार भरे लहज़े में कहा चलो न तुम साथ होती है तो दिल को सुकून रहता है।
कशिश शरमा गई और बोली तुम लोग बाहर वेट करो मैं दो मिनट में तैयार होकर आती हूॅं लेकिन सिर में दर्द हो रहा तो जल्द वापस आ जायेंगे साहिल ने हामी भरते हुए कहा। जो हुकुम जहांपनाह।
साहिल ने सकीना और लुबना से कहा तुम दोनों बाहर चलो हम आते हैं जैसे ही वह दोनों बाहर गईं साहिल ने कशिश का हाथ पकड़ कर ज़ोर से दबा दिया और धीरे से कहा आई लव यू कशिश।
और हंसते हुए बाहर चला गया कशिश बस साहिल को जाते हुए देखती रही तभी सकीना ने आवाज़ दी अप्पी हो गईं आप तैयार कशिश आई। कशिश साहिल मरियम लुबना और सकीना सब मिल कर बाहर आइसक्रीम खाने जाते हैं तभी वहां कुछ लड़के कशिश को घूरने लगते हैं कशिश बड़ी सादा मिजाज़ लड़की थी वह लड़कों की वजह से परेशान हो रही थी। तभी साहिल सबसे कहता है चलो यहां से वापस आते वक़्त साहिल कशिश को कार में आगे अपने साथ बैठाता है और कहता है मैं हूॅं न तुम्हारे साथ कभी आंच भी आने नहीं दूंगा तुम पर कोई। ये सुन कर कशिश शरम से लाल हो जाती है। सभी घर वापस आ जाते हैं और कशिश साहिल के बारे में सोचते हुए कमरे में चली जाती है। इधर कशिश की खाला कशिश के लिए बड़ी परेशान होती हैं तभी वहां मरियम की अम्मी यानी साहिल की चाची आ जाती हैं ऐ भाभी क्यों इतना ग़मज़दा नज़र आ रही हो क्या हो गया आपको। साहिल की अम्मी कुछ नहीं बस कशिश के लिए परेशान हूॅं बिन मां बाप की बच्ची है कोई सही रिश्ता मिले तो मैं उसके हाथ पीले कर दूं तभी साहिल के अब्बू घर में खांसते हुए अंदर दाखिल होते हैं और उन दोनों की बात सुन कर कहते हैं अरे साहिल की अम्मी परेशान न हों अल्लाह ने तुम्हारी दुआ कुबूल कर ली है। अल्लाह ने तुम्हारी कशिश के लिए एक अच्छा रिश्ता भेजा है। कशिश की खाला शाइस्ता अल्लाह तेरा शुक्र है तूने मेरी परेशानी हल कर दी। शाइस्ता की देवरानी भाभी लो अब मुंह मीठा करा दो मैं तो चाहती हूॅं जल्द से जल्द कशिश के हाथ पीले हैं तो मैं मरियम के लिए रिश्ता देखूं। शाइस्ता हां हां क्यों नहीं। ये बातें साहिल सुन रहा था वह चाहता था कि कशिश की शादी अच्छे घर में हो लेकिन आज वो कुछ परेशान था। शाइस्ता साहिल कशिश का रिश्ता आया है तुम्हारे अब्बू के दोस्त आमिर भाई उनका बेटा डॉक्टर रेहान अमेरिका में रहता है इस महीने वह अमेरिका से आ रहा है अल्लाह का लाख शुक्र है कि उसने मेरी इल्तिज़ा सुन ली ये सुन कर साहिल ख़ामोश हो गया। और अपने कमरे में जाकर सो गया। शाइस्ता की देवरानी नरगिस भाभी बहुत दिन से मेरे दिल में एक बात है जो मैं कहना चाहती हूॅं शाइस्ता बोलो नरगिस मैं अपनी मरियम के लिए आपके साहिल का हाथ मांगना चाहती हूॅं । शाइस्ता अरे नरगिस तुमने तो मेरे मुंह की बात छीन ली मैंने भी सोचा था कि कशिश से फारिग होकर मरियम और साहिल अल्लाह ने आज मेरी झोली खुशियों से भर दी। शाइस्ता और नरगिस अल्लाह का लाख लाख शुक्र है।
शाइस्ता रात को खाने के बाद साहिल के अब्बू से मरियम और साहिल के बारे में बात करती हैं साहिल के अब्बू ये तो सोने पर सुहागा वाली बात है तुम एक बार साहिल से बात कर लो कशिश के निकाह के बाद इनका भी निकाह पड़वा देंगे। शाइस्ता साहिल को आवाज़ देते हुए कमरे में आती हैं साहिल साहिल जी अम्मी। बैठो साहिल मुझे तुमसे कुछ बात करनी है जी अम्मी मैं और तुम्हारे अब्बू चाहते हैं कशिश के निकाह के बाद हम तुम्हारा निकाह मरियम से कर दें तुम्हें कोई ऐतराज़ तो नहीं है। साहिल मरियम से शाइस्ता क्यों क्या हुआ मरियम तुम्हें पसंद नहीं। साहिल ऐसी बात नहीं है फिर क्या बात है मैं और मरियम एक साथ शाइस्ता हां बहुत अच्छे लगते हो तुम्हारी चाची भी यही चाहती हैं। साहिल बिल्कुल ख़ामोश जैसे उसे कोई सांप सूंघ गया हो शाइस्ता साहिल साहिल क्या हुआ कुछ नहीं अम्मी साहिल की ख़ामोशी शाइस्ता हां समझ कर मुस्करा कर कमरे से बाहर चली जाती हैं इधर साहिल परेशान है क्यों? कुछ पता नहीं है।

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