वर्ष के आखिरी दिन
कुछ ऐसे लोग होंगे जो सोच रहे होंगे,
आखिर ये वर्ष भी बीत गया और मेरे सपने अभी भी आँखो के दहलीज पर ही रह गये।
परन्तु इससे निराश होने की जरूरत नहीं है..
इस एक वर्षो में आपने क्या खोया ये मायने नहीं...
आखिर ये वर्ष भी बीत गया और मेरे सपने अभी भी आँखो के दहलीज पर ही रह गये।
परन्तु इससे निराश होने की जरूरत नहीं है..
इस एक वर्षो में आपने क्या खोया ये मायने नहीं...