काशी
आज काशी आया हूं। सावन का पहला सोमवार है। इस बरस का सावन लंबा चलेगा, पूरे 59 दिन। पहले सोमवार की बात कुछ और ही है। बहुत सारे कावड़िए आ रखे हैं। केदार घाट से ही नारों और डमरू की आवाज से बाबा की नगरी गुंजाएमान है। यहां की डमरू का आकार और बजाने का तरीका थोड़ा अलग है।
गर्मी ज्यादा है। आज नाके बंदी हो रखी है जगह जगह। बहोत...
गर्मी ज्यादा है। आज नाके बंदी हो रखी है जगह जगह। बहोत...