एक अनकही गाथा जो मौजूद नहीं है उसकी पुस्तक समीक्षा।।भाग2
पुस्तक समीक्षा -में इसमें आप सब इस पुस्तक की पुस्तक समीक्षा को जानेंगे जो कि द फाउंडेशन आफ वासुदेव द डिस्कवरी आफ एक्जीबिशन जो बिल्कुल बना ही नहीं है ,उसकी पहली आवाज जो कि खोया दृश्य है उसकी खोई हुई विरासत पर आधारित है।।जिसका प्रस्ताव बेनाम पूर्वक पारित किया जा चुका हो।।
जिस पर आधारित यह भिन्न भिन्न अध्ययनों से तथा इस किताब का उद्देश्य -किसी भी तरह से किसी भी जाति धर्म लिंग आदि की भावनाओं को ठेस पहुंचाने अथवा साम्प्रदायिकता को बढ़ावा नहीं है।।
परंतु यह वास्तव में में समाज और कानून के आधीन है, क्योंकि यह समस्त शब्दों का समीकरण है।। इसलिए यह पुस्तक को
केवल जागरूक और समाज में सक्रिय रहने का संदेश देता है।। इसलिए केवल इसे मंनोरंजन और एकमात्र औरत को ही हर से जिम्मेदार या फिर किसी आदमी को ही एक मात्र जिम्मेदार ठहराते हुए लोगों को यह चेतावनी देता कि -हर किस्से के दो पहलू होते हैं जिसमें एक पवित्र ग्रन्थ तथा दूसरी अश्लीलता की बुनियाद ए ईमारत होता है, इतना ही हर दो पहलू और चार...
जिस पर आधारित यह भिन्न भिन्न अध्ययनों से तथा इस किताब का उद्देश्य -किसी भी तरह से किसी भी जाति धर्म लिंग आदि की भावनाओं को ठेस पहुंचाने अथवा साम्प्रदायिकता को बढ़ावा नहीं है।।
परंतु यह वास्तव में में समाज और कानून के आधीन है, क्योंकि यह समस्त शब्दों का समीकरण है।। इसलिए यह पुस्तक को
केवल जागरूक और समाज में सक्रिय रहने का संदेश देता है।। इसलिए केवल इसे मंनोरंजन और एकमात्र औरत को ही हर से जिम्मेदार या फिर किसी आदमी को ही एक मात्र जिम्मेदार ठहराते हुए लोगों को यह चेतावनी देता कि -हर किस्से के दो पहलू होते हैं जिसमें एक पवित्र ग्रन्थ तथा दूसरी अश्लीलता की बुनियाद ए ईमारत होता है, इतना ही हर दो पहलू और चार...