दो दिलों का प्यार ( भाग - 4 )
अंजलि फ़ाइल लेकर वहाँ से चली जाती है, और मन ही मन कहती है, प्रेम सर ने आज कुछ ज़्यादा ही फ़ाइल नही दे दिया.... इतना सारा काम है में करूँगी कैसे? रात को करीब 11 बज गए अंजली को काम करते-करते , और तभी उसकी नींद ने उसका सारा काम बिगाड़ दिया। सुबह के 7:30 बज रहे थे, तभी अचानक से प्रेम अंजलि को कॉल करते है, लेकिन अंजलि उनका कॉल रिसीव नही कर पाती क्योंकि वो सो रही थी। प्रेम के बार-बार कॉल करने पर आखिर अंजलि कॉल उठा ही लेती है, तभी प्रेम कहता है..... गुड मॉर्निंग, क्या तुमने फ़ाइल रेडी कर लिया है,...