एक हसीन रात ट्रैन में
आज समीर अपने शहर से ही नहीं अपने राज्य से भी दूर दूसरे राज्य में जाने के लिए रेलवे स्टेशन पर अपनी ट्रैन का इंतज़ार कर रहा था। एक तरफ त्योहार का वक़्त ऊपर से परीक्षा का दौर इसी सब भीड़ भाड़ से बचने के लिए समीर ने कई दिनों पहले ही अपनी ट्रैन का टिकट करवा लिया था। अक़सर समीर को अपने काम के लिए दूसरे शहर जाना पड़ता था इसलिए उसको मालूम था जिस डिब्बे में उसकी सीट है वो डिब्बा प्लेटफॉर्म पर किस जगह रुकेगा। समीर समय से पहले ही स्टेशन पहुँच गया और उसी सामने अपनी ट्रैन का इंतज़ार करने लग गया था। कुछ मिनट बाद वहाँ एक लड़क भी आकर खड़ी हो गई। थोड़े पल ठहरने के बाद वो समीर से उसी ट्रैन की जानकारी करने लगी जिससे समीर को भी जाना था। उस लड़की को ट्रैन की जानकारी देने के बाद समीर फ़ोन पर बात करने लगा और वो लड़की भी...