BACHPAN KA VADA
CHAPTER 19
फिर अगली सुबह कॉलेज में क्लास में सभी बच्चे बैठे हुए थे। तभी अमन बोलता है तुम लोगों ने पूरी तैयारी कर ली है ना ।तो शिखा शेखर
और मानवी बोलते हैं हां हम लोगों ने तैयारी कर ली है ।तो तैयार होना मानवी और शिखर प्रेजेंटेशन दिखाने के लिए मानवी बोलते हैं हम
लोगों ने अच्छे से तैयारी कर ली है ना सीखा शेखर नर्वस होते हुए बोलता है हां मैं तैयार हूं ।मानवी शेखर को नर्वस होते हुए देख लेती है ।
मानवी खड़े होते हुए बोलती है शेखर क्या तुम मेरे साथ थोड़ा बाहर आवोगे मुझे तुमसे कुछ बात करनी है ।शेखर बोलता है ठीक है चलो ।
मानवी और शेखर को ऐसे जाते हुए देखकर अमन बोलता हैं लगता है जरूरी इन लोगों के बीच कुछ चल रहा है। फिर अमन बोलता है मैं
असाइनमेंट के बाद जरूर पूछूंगा कि तुम्हारे और मानवी के बीच को चल रहा है।तो सीख बोलती है जरूर पूछना अभी इधर ध्यान दो। फिर
दोनों अपना काम करने लगते हैं। शेखर मानवी से पूछता है क्या हुआ क्या बात करती है ।मानवी बोलती है तुम नर्वस होना प्रेजेंटेशन के
लिए। मैंने सब लोगों के बीच इसलिए नहीं पूछा कि तुम्हें बुरा लगेगा शेखर बोलता है मैंने कभी ऐसे सबके सामने प्रेजेंटेशन नहीं दिखाया है।
मुझे बहुत डर लग रहा है कि कुछ गड़बड़ ना हो जाए। शेखर का हाथ अनजाने में पकड़ लेती है और बोलती है मुझे पता है तुम्हें कैसा लग
रहा है लेकिन सच बताओ मुझे भी नर्वस महसूस हो रहा है कि क्या प्रेजेंटेशन अच्छा से दे पाऊंगी। शेखर बोलता है तुम्हें देखकर तो नहीं लग
रहा है। आदमी बोलता है क्योंकि मैं अपने हाथ दिल में रहकर पूछी कि क्या या मैं कर सकती हूं? क्या हम लोगों ने इतनी मेहनत की है क्या
हम लोग इसमें सफल हो पाएंगे? अंदर से आवाज आया कि तुम यह कर सकती हो तुम लोगों ने जितनी लगन से काम की है तुम लोग जरुर
सफल होंगे। मानवी शेखर से बोलती है तुम भी एक बार कोशिश करो तुम भी अपने दिल में हाथ रख कर पूछो। शेखर बोलता है लेकिन।
मानवी बोलती है लेकिन लेकिन कुछ नहीं मानवी शेखर का हाथ उसके दिल में हाथ रख कर बोलती है अब आंखें बंद कर कर सब भूल
जाओ और अपने दिल से पूछो क्या तुम कर सकते हो। शेखर वैसे ही करता है जैसे मानवी बोलती है ।कुछ देर बाद आंख खोलते हुए बोलता
है सच में मुझे अभी बहुत हल्का महसूस हो रहा है। ऐसा लग रहा है कोई बड़ा बोझ उतर गया हो। फिर मानवी को खुशी से गले लगा लेता है।
मानवी इस एकदम सॉफ्ट हो जाती है फिर शेखर दूर रहते हुए बोलता है वह सॉरी मैं खुशी में गाली लगा लिया तुम्हें बुरा लगा तो मुझे माफ
कर देना। शेखर बोलता है चलो हम क्लास में चलते हैं शिखा और अमन हमारा वेट कर रहे होंगे। मानवी...
फिर अगली सुबह कॉलेज में क्लास में सभी बच्चे बैठे हुए थे। तभी अमन बोलता है तुम लोगों ने पूरी तैयारी कर ली है ना ।तो शिखा शेखर
और मानवी बोलते हैं हां हम लोगों ने तैयारी कर ली है ।तो तैयार होना मानवी और शिखर प्रेजेंटेशन दिखाने के लिए मानवी बोलते हैं हम
लोगों ने अच्छे से तैयारी कर ली है ना सीखा शेखर नर्वस होते हुए बोलता है हां मैं तैयार हूं ।मानवी शेखर को नर्वस होते हुए देख लेती है ।
मानवी खड़े होते हुए बोलती है शेखर क्या तुम मेरे साथ थोड़ा बाहर आवोगे मुझे तुमसे कुछ बात करनी है ।शेखर बोलता है ठीक है चलो ।
मानवी और शेखर को ऐसे जाते हुए देखकर अमन बोलता हैं लगता है जरूरी इन लोगों के बीच कुछ चल रहा है। फिर अमन बोलता है मैं
असाइनमेंट के बाद जरूर पूछूंगा कि तुम्हारे और मानवी के बीच को चल रहा है।तो सीख बोलती है जरूर पूछना अभी इधर ध्यान दो। फिर
दोनों अपना काम करने लगते हैं। शेखर मानवी से पूछता है क्या हुआ क्या बात करती है ।मानवी बोलती है तुम नर्वस होना प्रेजेंटेशन के
लिए। मैंने सब लोगों के बीच इसलिए नहीं पूछा कि तुम्हें बुरा लगेगा शेखर बोलता है मैंने कभी ऐसे सबके सामने प्रेजेंटेशन नहीं दिखाया है।
मुझे बहुत डर लग रहा है कि कुछ गड़बड़ ना हो जाए। शेखर का हाथ अनजाने में पकड़ लेती है और बोलती है मुझे पता है तुम्हें कैसा लग
रहा है लेकिन सच बताओ मुझे भी नर्वस महसूस हो रहा है कि क्या प्रेजेंटेशन अच्छा से दे पाऊंगी। शेखर बोलता है तुम्हें देखकर तो नहीं लग
रहा है। आदमी बोलता है क्योंकि मैं अपने हाथ दिल में रहकर पूछी कि क्या या मैं कर सकती हूं? क्या हम लोगों ने इतनी मेहनत की है क्या
हम लोग इसमें सफल हो पाएंगे? अंदर से आवाज आया कि तुम यह कर सकती हो तुम लोगों ने जितनी लगन से काम की है तुम लोग जरुर
सफल होंगे। मानवी शेखर से बोलती है तुम भी एक बार कोशिश करो तुम भी अपने दिल में हाथ रख कर पूछो। शेखर बोलता है लेकिन।
मानवी बोलती है लेकिन लेकिन कुछ नहीं मानवी शेखर का हाथ उसके दिल में हाथ रख कर बोलती है अब आंखें बंद कर कर सब भूल
जाओ और अपने दिल से पूछो क्या तुम कर सकते हो। शेखर वैसे ही करता है जैसे मानवी बोलती है ।कुछ देर बाद आंख खोलते हुए बोलता
है सच में मुझे अभी बहुत हल्का महसूस हो रहा है। ऐसा लग रहा है कोई बड़ा बोझ उतर गया हो। फिर मानवी को खुशी से गले लगा लेता है।
मानवी इस एकदम सॉफ्ट हो जाती है फिर शेखर दूर रहते हुए बोलता है वह सॉरी मैं खुशी में गाली लगा लिया तुम्हें बुरा लगा तो मुझे माफ
कर देना। शेखर बोलता है चलो हम क्लास में चलते हैं शिखा और अमन हमारा वेट कर रहे होंगे। मानवी...