"हाथ मिलाने रुक जाना..."P2:letter1 writer- Srushti Mahajan
हमारी मुलाकात आज मुझे बोहोत कुछ बता गयी नितेश .. बोहोत कुछ । मे हमेशा सोचती थी के मैंने हमारी दोस्ती छोड़के गलती की , तुम्हे दुःखाकर गलती की, मगर तुम्हे तो मे याद भी नही और याद आने के बाद भी तुम एसे behave कर रहे थे जैसे क्या ही थी हमारी दोस्ती ? कौन ही थी मे ? । मे आज बोहोत खूश थी क्योंकि मे आज बोहोत बडे इन्सान का interview...