आलिंगन
कभी किसी को बाहोँ में कस के जकड़ लेना,
जिस्मानी जरूरत नहीं हैं,
कभी रूहें भी आलिंगन माँगती हैँ,
ऐसा आलिंगन...
जिस्मानी जरूरत नहीं हैं,
कभी रूहें भी आलिंगन माँगती हैँ,
ऐसा आलिंगन...