प्राण प्याली।
हर सुबह बस,चाय की चाह मुझे ,चाय की दुकान ले जाती है ।
घर पर तो वैसे भी मिल जाती है ,
पर अगर बात दूसरी जगह की हो तो उसकी याद तडपाती हैं।
बड़ी मुश्किल से हमे,एक दुकान आयी थी पसंद,
फिर रोज जाए करते थे हम हमारे हमसफर संग।
फिर एक दिन उन्होंने कहा ,ये देखो नई चाय...
घर पर तो वैसे भी मिल जाती है ,
पर अगर बात दूसरी जगह की हो तो उसकी याद तडपाती हैं।
बड़ी मुश्किल से हमे,एक दुकान आयी थी पसंद,
फिर रोज जाए करते थे हम हमारे हमसफर संग।
फिर एक दिन उन्होंने कहा ,ये देखो नई चाय...