जो देखकर भी नहीं देखते,,
हैलो दोस्तो मैं आप सब की प्यारी मुस्कान,, एक बार फिर से आपका स्वागत करती हूं अपनी काल्पनिक कहानियों की किताब में,,
आज की कहानी का जो विषय है वो थोड़ा सा अलग है ,, इस कहानी के माध्यम से मै आपसे एक छोटी सी बात कहना चाहती हूं तो please is kahani ko jrur pade,, Apna thoda sa smy nikal kr,,
ये कहानी है एक लड़की कि जिसका नाम रोशनी था,, रोशनी जब दस की थी तब ही उसने अपना लक्ष्य निर्धारीत कर लिया था ।
वो एक डॉक्टर बनना चाहती थी और मुफ्त में गरीबों का इलाज़ करना चाहती थी,,
वैसे तो रोशनी एक नॉर्मल सी लड़की थी पर उसकी जिंदगी में जो कुछ भी
घटित हुआ वो बिल्कुल भी नॉर्मल नहीं था,,
रोशनी जब दसवीं class में थी ,, तो एक दिन लाईबेरी में बैठकर कुछ किताबे पढ़ रही थी,, तभी अचानक उसकी आंखो के सामने दो मिनट के लिए अंधेरा छा गया,, रोशनी को कुछ भी नहीं समझ...
आज की कहानी का जो विषय है वो थोड़ा सा अलग है ,, इस कहानी के माध्यम से मै आपसे एक छोटी सी बात कहना चाहती हूं तो please is kahani ko jrur pade,, Apna thoda sa smy nikal kr,,
ये कहानी है एक लड़की कि जिसका नाम रोशनी था,, रोशनी जब दस की थी तब ही उसने अपना लक्ष्य निर्धारीत कर लिया था ।
वो एक डॉक्टर बनना चाहती थी और मुफ्त में गरीबों का इलाज़ करना चाहती थी,,
वैसे तो रोशनी एक नॉर्मल सी लड़की थी पर उसकी जिंदगी में जो कुछ भी
घटित हुआ वो बिल्कुल भी नॉर्मल नहीं था,,
रोशनी जब दसवीं class में थी ,, तो एक दिन लाईबेरी में बैठकर कुछ किताबे पढ़ रही थी,, तभी अचानक उसकी आंखो के सामने दो मिनट के लिए अंधेरा छा गया,, रोशनी को कुछ भी नहीं समझ...