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NIKKU CHAPTER NO. 9
ये कुछ दिन पहले की बात है निक्कू कुछ बोली मुझसे अच्छा सुनो कल की तैयारी हो गयी मैंने पूछा किस चीज की तैयारी उसने कहा अरे फ्रेशर्स पार्टी का मैंने कहा मुझे क्या तैयारी करनी है, मैं थोड़ी उसमे कोई भाग लिया हु,निक्कू बोली अरे मैं कह रही हु की तुम आओगे न,मैं बोला अच्छा ये बोल रही हो मुझे लगा कुछ और,अच्छा हा आऊंगा न जरूर आऊंगा निक्कू बोली तो क्या पहन कर आना है कुछ पता है क्या,मैं बोला हा औपचारिक पोशाक मतलब फॉर्मल पहन कर आना है अच्छा निक्कू सुन न वेसे तुम क्या कर रही हो अभी निक्कू बोली इतनी रात को क्या करूँगी ,पढ़ रही हु मैं, मैंने बोला पढ़ो पढ़ो वो बोली ठीक है,मैंने लगभग 1 घंटे बाद उसे अपनी कुछ अच्छी-अच्छी तस्वीरे भेजा
निक्कू को अच्छा लगा, वो बोली बहोत अच्छे लग रहे हो तुम,मेरी तारीफ करने लगी
बहोत प्यारे लग रहे हो
मैंने बोला जी धन्यबाद
मैंने एक बार ओर पूछा अच्छी है ना निक्कू वो बोली हा बहोत एक निक्कू ही थी मेरे पास जिनसे मैंअपनी सारी बातें या अपनी पसंद या नापसंद पूछता रहता था,उसके अलावा और किसी लड़कियों से मैं बात नही करता था,निक्कू कुछ देर बाद मुझसे बोली क्या तुम प्रैक्टिकल बनाये हो मेरा मतलब है लिखे हो,मैंने उसे भेज दी जो भी मैंने लिखा था,बस सिद्धांत नही लिखा था,ओर निक्कू से कह दिया कि सिद्धांत बस नही लिखा हु तुम किताब से लिख लेना,मैं भी वही से लिखा हु ह पर निक्कू बस संदर्भ सही से लिखना,क्योंकि शिक्षिका देखती है ये चीज।।
बस प्रतिलिपि मत कर लेना पुरा, कुछ खुद से भी जोड़ कर लिख देना ताकिशिक्षिका को पता न चले निक्कू बोली बहोत बहोत धन्यबाद आपका
मैंने बोला ठीक है निक्कू मैं सोने जा रहा हु तुम लिखो वो बोली ठीक ह तुम जाओ सुभ रात्रि
सुबह हो गयी और आज फ्रेशर्स पार्टी था,ओर आज सुबह से मैंने निक्कू को एक भी मैसेज नही की थी,मेरी फ्रेशर्स पार्टी बहोत अच्छे से बीती अगले दिन सुबह उठते ही मैंने बोला निक्कू सुप्रभात निक्कू गुस्से मैं तुमने मुझे कल एक भी मैसेज तक नही किया न,कैसे हो दोस्त तुम भूल ही गए पूरा मैने बोला अरे निक्कू मैं मैसेज किया था पर तुमने जबाब ही नही दिया शायद तुम रिशव के साथ व्यस्त हो निक्कू बोली नही मैं सिर्फ अपने दोस्त से बात कर रही थी रिशव से नही कर रही थी,मैंने बोला ठीक है पर मुझे लगा कि तुम रिशव से बात कर रही होगी ,चलो कोई बात नही,वेसे निक्कू कैसा रहा तुम्हारा कल का
निक्कू बोली बहोत बेकार न संगीत हुआ और न ही नृत्य भी सिर्फ एक ही हुआ ओर नाटक भी बस एक,पूरा बकवास रहा मुझे बिल्कुल भी अच्छा नही लगा,मैंने भी इसपर जबाब दिया ह निक्कू अच्छा नही था, ओर ऊपर से पूरा शांत होकर देखो,ओर हम कर भी क्या सकते है कॉलेज है ऐसे होता है,निक्कू हसने लगी बोली ह ऐशी ही होता है,वेसे निक्कू तुम कोन से गीत मै भाग ली थी ,निक्कू बोली कि समूह गीत मे जो कि हुआ ही नही ,रात हो गयी थी निक्कू शायद सो गई थी,सुबह के करीब 3 बज रहे होंगे मैंने निक्कू को मैसेज किया,उसे बोला निक्कू तुम्हारी याद आ रही थी ,इसका जबाब वो जब सुबह उठी तो गुस्से मैं दी ,बोलती है कि बहोत देर से नही याद आयी ,सारे दिन भर याद नही आयी मैं,
मैंने बोला ऐसा बात नही है हम छात्रवासियो है हमारी दिन की शुरुवात रात से हो शुरू होती है
निक्कू बोली ठीक है एक सुबह फिर से एक नई रोशनी के साथ शुरू हुई,निक्कू सुप्रभात,
आज बहोत अछि सुबह है,निक्कू बोली वो कैसे,मैंने कहा तुमसे जो बात हुई वो हँसने लगी
मैं पूछा कैसी हो निक्कू वो बोली मैं ठीक नही हु मैने बोला अब क्या हुआ तुम्हे,बताओगी वो बोल ही नही रही थी मैंने डांटा तब जाकर बताई निक्कू बोली मुझे बहोत गुस्सा आ रहा है,मैंने बोला क्यों मुझसे गुस्सा हो क्या निक्कू बोली नही अरे जो मैंने ड्रेस आर्डर ऑनलाइन की थी वो अगले महीना आएगा,लेकिन मुझे कल जाने की जरूरत है ओर तो ओर मेरे पास ओर कोई भी ड्रेस भी नही है,इसीलिए मुझे जरूरत है,ओर कब तक मैं
सूट पहनती रहूंगी मुझे बहोत गुस्सा आ रहा है यार मैंने बोला अच्छा कौन सा साइट पर आर्डर की थी अमेज़न या फ्लिपकार्ट या मिंट्रा बता जल्दी निक्कू:-मिंट्रा पर
मैंने बोला ठीक है मैं देखता हूं
निक्कू मुझसे बोली ये सब छोरो ओर सुनो क्या तुम मेरी एक मदद कर सकते हो मैने पूछा क्या मदद चाहये तुम्हे मुझसे वो बोली कि क्या तुम मुझे गणित की पिछली क्लास का नोट्स दे सकते हो जो भी टीचर ने समझाए होंगे वो बस दे दो,मैं वो भाग ली थी न गाने मैं तो इसीलिए नही आ पाई थी मैं बोला ठीक है दे दूंगा,तेरी मदद नही करूँगा तो ओर किसकी करूँगा ओर इसी तरह मेरी निक्कू की दोस्ती बढती जा रही थी चाहे वो क्लास की नोट्स हो या प्रैक्टिकल मैं हर चीज मैं उसकी मदद करने लगा बिना कुछ इच्छा जताये की आगे हमारी दोस्ती बढ़ेगी या नही,मुझे ये तो नही पता कि मुझे आगे उससे प्यार होगा या नही,मेरी दोस्ती उन हर रिस्तो से अच्छी थी जिनकी शुरुवात एक झूट से होती पर मेरी दोस्ती सच्ची थी और अच्छी थी।