ज़िन्दगी के नये पन्ने....
वो सब अब समझ आ रहा हैं जो कभी नहीं समझा था।
आजकल ना कोई रिश्ते अपने हैं ना ही अपनो से दिल का रिश्ता हैं। सब कुछ बिखरा हुआ टूटा सा नजर आता हैं। ये सब देखकर दिल उदास हैं। जब तक हम बेहतर हैं तब तक सब...
आजकल ना कोई रिश्ते अपने हैं ना ही अपनो से दिल का रिश्ता हैं। सब कुछ बिखरा हुआ टूटा सा नजर आता हैं। ये सब देखकर दिल उदास हैं। जब तक हम बेहतर हैं तब तक सब...