सीख
लड़का और लड़की की शादी तो हो चुकी थी,पर दोनों में बन नहीं रही थी।पंडित ने कुंडली के 36 गुण मिला कर शादी का नारियल फोड़वाया था।पर शादी के साल भर बाद ही चिकचिक शुरू हो गई थी।
पत्नी अपने ससुराल वालों के उन अवगुणों का भी पोस्टमार्टम कर लेती,जिन्हें कोई और देख ही नहीं पाता था।लगता था कि अब तलाक तो तब तलाक।पूरा घर तबाह होता नज़र आ रहा था।सबने कोशिश कर ली कि किसी तरह यह रिश्ता बच जाए।दो परिवार तबाही के दंश से बच जाएं।पर सारी कोशिशें व्यर्थ थीं।
जो भी घर आता,पत्नी अपने पति की ढेरों खामियां गिनाती और कहती कि उसके साथ रहना असम्भव है।वो कहती कि इसके साथ तो एक मिनट भी नहीं रहा जा सकता ।दो बच्चे हो चुके हैं और बच्चों की खातिर किसी तरह ज़िंदगी कट रही है।
उनके...
पत्नी अपने ससुराल वालों के उन अवगुणों का भी पोस्टमार्टम कर लेती,जिन्हें कोई और देख ही नहीं पाता था।लगता था कि अब तलाक तो तब तलाक।पूरा घर तबाह होता नज़र आ रहा था।सबने कोशिश कर ली कि किसी तरह यह रिश्ता बच जाए।दो परिवार तबाही के दंश से बच जाएं।पर सारी कोशिशें व्यर्थ थीं।
जो भी घर आता,पत्नी अपने पति की ढेरों खामियां गिनाती और कहती कि उसके साथ रहना असम्भव है।वो कहती कि इसके साथ तो एक मिनट भी नहीं रहा जा सकता ।दो बच्चे हो चुके हैं और बच्चों की खातिर किसी तरह ज़िंदगी कट रही है।
उनके...