रिश्ता
मेरा ये अजीब दर्द है
न जानें ये कैसी चुभन है
सीने के अंदर ख़ालीपन है
मुझे नहीं पता ये कैसी जलन है
वक़्त का कैसा ये असर है
ज़िंदगी हर कदम पर एक उलझन है
यूँ दूर होकर क्यों बिछड़ना है
चलो साथ मे अब लड़ना है
लिखूँगा वो कहानी जिसमे दो
किरदार की हकीकत को रूबरू करवाना है
ठंड में सिकुडे हुए दो बदन को
एक पनाह में भर के एक आगोश होना है
#blogger #Shayari #poem #rishte #Love&love #love
© रौशन rosi
न जानें ये कैसी चुभन है
सीने के अंदर ख़ालीपन है
मुझे नहीं पता ये कैसी जलन है
वक़्त का कैसा ये असर है
ज़िंदगी हर कदम पर एक उलझन है
यूँ दूर होकर क्यों बिछड़ना है
चलो साथ मे अब लड़ना है
लिखूँगा वो कहानी जिसमे दो
किरदार की हकीकत को रूबरू करवाना है
ठंड में सिकुडे हुए दो बदन को
एक पनाह में भर के एक आगोश होना है
#blogger #Shayari #poem #rishte #Love&love #love
© रौशन rosi