दोस्ती या प्यार
इत्तेफ़ाक, कभी कभी हम किसी ऐसे दोस्त की तलाश में होते है , जो हमको समझ सके ,हमारे खामोशी को को समझ सके ,हमारे दुखो में भले शामिल हो ना हो पर हमारी खुशियों में जरूर शामिल हो , वो किसी और की वजह से हमे नजरंदाज ना करे ,वो सिर्फ मेरी हो और किसी की नही हो ,हम ऐसे ऐसे उम्मीद अपने मन में पाल कर रखते है ,और ढूंढते फिरते है उस दोस्त को जो उसकी सारी उम्मीदों पर खरी उतर सके ।
पर तभी हम इत्तेफ़ाक से किसी ऐसे शख्स से टकरा जाते है ,जो हमे ऐसा अहसास दिल में जगा देते है की जैसे वो ही हमारी सारी उम्मीदों पर खरे उतर सके ,और हम उस पर हद से ज्यादा भरोसा कर लेते है ,और वो शख्स भी हमे ऐसा यकीन दिला देता है की हम उस पर यकीन कर सकते है ,वो हमारा वो दोस्त बन सकता है जिसको उसको बरसो से तलाश थी ।
और ऐसी ही एक कहानी एक ऐसे इंसान की है जो आज भी एक वैसे दोस्त की तलाश कर रहा है ।
कहानी की शुरुवात होती है , एक मासूम से छोटे से बच्चे से जो की सिर्फ अभी दस साल की है , वो कहने को तो लड़की है पर रहती हमेशा लडको की तरह है ,वो लडको को तरह कपड़े पहनती है उनकी तरह छोटे छोटे बाल रखती है,...
पर तभी हम इत्तेफ़ाक से किसी ऐसे शख्स से टकरा जाते है ,जो हमे ऐसा अहसास दिल में जगा देते है की जैसे वो ही हमारी सारी उम्मीदों पर खरे उतर सके ,और हम उस पर हद से ज्यादा भरोसा कर लेते है ,और वो शख्स भी हमे ऐसा यकीन दिला देता है की हम उस पर यकीन कर सकते है ,वो हमारा वो दोस्त बन सकता है जिसको उसको बरसो से तलाश थी ।
और ऐसी ही एक कहानी एक ऐसे इंसान की है जो आज भी एक वैसे दोस्त की तलाश कर रहा है ।
कहानी की शुरुवात होती है , एक मासूम से छोटे से बच्चे से जो की सिर्फ अभी दस साल की है , वो कहने को तो लड़की है पर रहती हमेशा लडको की तरह है ,वो लडको को तरह कपड़े पहनती है उनकी तरह छोटे छोटे बाल रखती है,...