एक असम्भव प्रेम गाथा अनन्त।।228
एक असम्भव प्रेम गाथा में नायिका संग हुई लेखक की बहस में वह कहता कि 🔴हे भमणनाडरी ऐसा इसलिए क्योंकि जिससे आज तक कोई पाप गलती,भूल ना हुई हो अर्थात जिसके समस्त कर्मों की आसीमता स्वयं मैं ही रची हो केवल सिर्फ वही अपना अस्तित्व वापस पा सकता है, जिसके धर्म कर्म दान पुण्य सत्व गुण रच त्याग बलिदान मूल्य समर्पण जायज़ा देना अनिवार्य है ।। जिसके लिए हम दोबारा प्रशनवाचक द्वारा उसके कालों की बहस में जाकर कालचकृ...