कल हो ना हो ......
आने वाला पल
जाने वाला है,
हो सके तो उस में ज़िन्दगी बीता दो
पल जो ये जाने वाला है..
बैठकर अकेले यूं ही, यह गाना सुन रही थी।
पुराने गाने दिल में जगह कर जाते हैं, कुछ ख़्यालों के संग। बस खो गई उन गलियों में और ख़ुद से ख़ुद कहने लगी-
वक़्त की दरिया में कश्ती बह जाती है, पानी के धार संग, कभी रूकती नहीं है। ज़िन्दगी के हर एक पल बेहद किमती और खूबसूरत...
जाने वाला है,
हो सके तो उस में ज़िन्दगी बीता दो
पल जो ये जाने वाला है..
बैठकर अकेले यूं ही, यह गाना सुन रही थी।
पुराने गाने दिल में जगह कर जाते हैं, कुछ ख़्यालों के संग। बस खो गई उन गलियों में और ख़ुद से ख़ुद कहने लगी-
वक़्त की दरिया में कश्ती बह जाती है, पानी के धार संग, कभी रूकती नहीं है। ज़िन्दगी के हर एक पल बेहद किमती और खूबसूरत...