नौकरी
जैसे जैसे बड़े हुए समझ आया हाल
ए जिंदगी मध्यम वर्गीय परिवार की
सबसे बड़ी बड़ी जद्दोजेहद कैसे भी हो
घर में बच्चों की हो जाए एक नौकरी
मां बाप अपनी जगह सही थे बड़ी
मेहनत से पाला पोसा है अपना पेट सपने
काट कर तुमको पढ़ाया लिखाया है
जितना हो सका उनसे सब लगा कर तुमको
इस काबिल बनाया है की तुम खुद से उठा सको
खुद की जिम्मेदारी क्योंकि आगे अब सब कुछ तुमको ही चलाना है बूढ़े हो रहे कंधो को अब तुमको को सहारा...
ए जिंदगी मध्यम वर्गीय परिवार की
सबसे बड़ी बड़ी जद्दोजेहद कैसे भी हो
घर में बच्चों की हो जाए एक नौकरी
मां बाप अपनी जगह सही थे बड़ी
मेहनत से पाला पोसा है अपना पेट सपने
काट कर तुमको पढ़ाया लिखाया है
जितना हो सका उनसे सब लगा कर तुमको
इस काबिल बनाया है की तुम खुद से उठा सको
खुद की जिम्मेदारी क्योंकि आगे अब सब कुछ तुमको ही चलाना है बूढ़े हो रहे कंधो को अब तुमको को सहारा...