...

21 views

इजहार
इजहार केसे करते पता नही मुझे पर जेसे भी करू पूरे दिल से करू ।
अपनी दिल की बात तुमसे कहने के लिए कुछ भी हो मे कर सकती ।
ये इजहार ही तो है ।
पहले मुस्किल था ये मेरे लिए बहुत ही ।
पर जब से तुम्हारे लब्जो मे मेरे लिए प्यार की बात सुनकर आयी तभी से तुम्हारी दिवानी हूइ ।
ये इजहार ही तो है कितनी ऐहसास दिल मे लाते ।
जब तक बात लबों पे ना हो तब तक कितने बेचनी प्यार भरे एहसास जगाता है ।
जिस पल यह इजहार होता है तभी एक इम्तहान लगता है ।
यह प्यार की इजहार नतीजा सामने बाले इजहार किये हुए इन्सान से पता चलता है ।
इजहार कभी खूसि ,देती कभी दिल मे प्यार जगाती ओर कभी दर्द भरे गम भी देती ।
आखिर इजहार ही तो है ।
इजहार के नतीजे के लिए कभी अपने ओर दूसरे के जिन्दगी मत बर्बाद करे ।
खूस रहे आगे बढीए । जिन्दगी कभी किसी को भी दूसरे मौके नही देता ।
जिन्दगी को खूल कर जीयो जो मिले उसे समेट लो ।
आगे कै इजहार आपके फिबर मे होगा।
जो होगा अछै के लिए होगा ।


© Lina