आत्म संगनी के चमत्कारी छाया
आत्म संगनी और मेरे मध्य स्थापित संबंधों के बीच एक और अहम किरदार भी है जो आत्म संगनी की छाया थी,लेकिन उसके और मेरे मध्य बने मधुर संबंधों की अप्रत्यक्ष रूप से साक्षी थी। वह मेरी बहन जैसी थी।आत्म संगनी ओर मेरे परस्पर संबंध के बीच का आधार स्तंभ अगर कोई थी तो जगतजननी।जी हां मैने उसका नाम जगत जननी रखा था,क्योंकि वह पीड़ित मानवता की सेवा में समर्पित एक ऐसी शख्सियत थी जिसने अपना पूर्ण जीवन मानवता की...