शायद होली आ रही है .......
पिछले साल मैंने रंग लगाया था उसके गालों में ,
शायद उससे मुलाकात हुई थी सालो में ।
ये कैसी होली है आई इस बार ,
जीवन में सिर्फ उदासी छाई है इस बार ।
याद उसकी आ रही है ,
शायद होली आ रही है ।
आंखों में नमी छा रही है ,
शायद होली आ रही है ।
रंगो से होने लगी है नफरत ,
शायद होली आ रही है ।
© Azaad Parinda
शायद उससे मुलाकात हुई थी सालो में ।
ये कैसी होली है आई इस बार ,
जीवन में सिर्फ उदासी छाई है इस बार ।
याद उसकी आ रही है ,
शायद होली आ रही है ।
आंखों में नमी छा रही है ,
शायद होली आ रही है ।
रंगो से होने लगी है नफरत ,
शायद होली आ रही है ।
© Azaad Parinda