जीवनसाथी❤️
होता हूं जब कभी मैं किसी उलझन में
तुम भी बेचैन परेशां हो जाती हो
मासूमियत से भरी हो तुम
बिन कहे बिन सोचे मेरा दर्द बांटती हो
गर हो जाता हूं मैं गुस्सा तुमसे
बड़े प्यार से दुलार कर मना लेती हो
बेहद खास हो तुम मेरे लिए...
तुम भी बेचैन परेशां हो जाती हो
मासूमियत से भरी हो तुम
बिन कहे बिन सोचे मेरा दर्द बांटती हो
गर हो जाता हूं मैं गुस्सा तुमसे
बड़े प्यार से दुलार कर मना लेती हो
बेहद खास हो तुम मेरे लिए...