माफ़ी
क्या खता थी हमारी,
जो तुमने हमसे मुंह मोड़ा था।
देकर अपने दर से ठोकर,
दर दर भटकने को छोड़ा था।
क्या यही थी खता हमारी,
तुम्हारा भला हमने चाहा था।
तुम्हारे उज्जवल कैरियर को,
हमने मन से...
जो तुमने हमसे मुंह मोड़ा था।
देकर अपने दर से ठोकर,
दर दर भटकने को छोड़ा था।
क्या यही थी खता हमारी,
तुम्हारा भला हमने चाहा था।
तुम्हारे उज्जवल कैरियर को,
हमने मन से...