कुछ बाते
कुछ बातें हम कितनी अनकही छोड़ देते है ना !
मैं तुमसे कभी कह नही पाई तुम्हारे थोड़े से होने भर में मैं...
मैं तुमसे कभी कह नही पाई तुम्हारे थोड़े से होने भर में मैं...