एक सामान्य गाथा में पहली प्रतिमा का अनुष्ठान।।भाग1
"कृष्णालयमोक्छ "-कृष्ण के आलय का मोक्ष "
(-1+0)
"कृषणालयमोक्छ-1"
यह एक प्रेम( +0) प्रतिबिम्ब (-1) के रूपांतरण व चित्रांकन शैली के दृश्य में अवतरित है जो
2फिट लंबाई में 3फिट चौड़ाई 25किलो वजन में बनवाई गई थी, यह मूर्ति की प्रतिमा 20किलो चांदी और 36ग्राम कांच से बनवाई गई थी।।
यह मूर्ति (0+)कृष्णालयमोक्छ के नाम से प्रचलन में होकर तथा प्रसिद्ध होकर विख्यात हुई
थी।।जिसकी (0+) पोशाक नहीं थी, क्योंकि यह उस( 0+)शवाब ए हुस्न की आज़माइस (+0) के बाद बनवाई गई थी।।
जिसने एक कयामत+ 0को पैगाम -1...
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"कृषणालयमोक्छ-1"
यह एक प्रेम( +0) प्रतिबिम्ब (-1) के रूपांतरण व चित्रांकन शैली के दृश्य में अवतरित है जो
2फिट लंबाई में 3फिट चौड़ाई 25किलो वजन में बनवाई गई थी, यह मूर्ति की प्रतिमा 20किलो चांदी और 36ग्राम कांच से बनवाई गई थी।।
यह मूर्ति (0+)कृष्णालयमोक्छ के नाम से प्रचलन में होकर तथा प्रसिद्ध होकर विख्यात हुई
थी।।जिसकी (0+) पोशाक नहीं थी, क्योंकि यह उस( 0+)शवाब ए हुस्न की आज़माइस (+0) के बाद बनवाई गई थी।।
जिसने एक कयामत+ 0को पैगाम -1...