अनंत की तलाश
*कहानी: अनंत की तलाश*
एक बहुत मशहुर चित्रकार था । उसकी बनाई पेन्टींग तुरन्त बिक जाती। बहुत लोग उसके पेन्टींग के दीवाने थे और उसके बनाई पेन्टींग का मुँहमाँगा दाम देने के लिये तैयार रहते थे। चित्रकार भी पेन्टींग के प्रति इतना समर्पित था कि अभी तक शादी नही किया था।
ढलती उम्र मे चित्रकार एकबार सोचने लगा कि मेरी बनाई चित्रकारी को लोग इतना पसंद करते हैं, मुझे खुश करने के लिए मुँहमाँगा दाम देते है लेकिन *जिसने मेरा सृजन किया, जिसने इस खूबसूरत सृष्टि का सृजन किया है, उस सृष्टिकर्ता को खुश करने के लिए मै आजतक कुछ नही किया।उनकी कलाकृतियोँ (संसार) को तो मै दिल खोलकर निहारा भी नही। प्रकृति के सुन्दर...
एक बहुत मशहुर चित्रकार था । उसकी बनाई पेन्टींग तुरन्त बिक जाती। बहुत लोग उसके पेन्टींग के दीवाने थे और उसके बनाई पेन्टींग का मुँहमाँगा दाम देने के लिये तैयार रहते थे। चित्रकार भी पेन्टींग के प्रति इतना समर्पित था कि अभी तक शादी नही किया था।
ढलती उम्र मे चित्रकार एकबार सोचने लगा कि मेरी बनाई चित्रकारी को लोग इतना पसंद करते हैं, मुझे खुश करने के लिए मुँहमाँगा दाम देते है लेकिन *जिसने मेरा सृजन किया, जिसने इस खूबसूरत सृष्टि का सृजन किया है, उस सृष्टिकर्ता को खुश करने के लिए मै आजतक कुछ नही किया।उनकी कलाकृतियोँ (संसार) को तो मै दिल खोलकर निहारा भी नही। प्रकृति के सुन्दर...