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नोबिता एक बहुत ही चंचल बच्चा था। उसके दिल में कितने सारे सपने थे, जीरो लाता था हमेशा पर doremon ने बहुत प्रयास किया zero को सक्सेस करने का
एक दिन नोबिता की माँ एक गलती कर बैठी, और उसकी पूरी उम्मीदें तोड़ दी। नोबिता को बहुत दुख हुआ। उसने अपने दोस्त doremon से बात की। doremon ने कहा, क्यों ना तुम डॉक्टर बन जाओ। तुम्हारी इस बात पर माँ को गर्व होगा।
नोबिता ने doremom की बात मानी और अपने सपने की ओर बढ़ा। वह ने मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लिया और मेहनत करने लगा।
सालों बितते गए, और एक दिन नोबिता ने अपना डिप्लोमा हासिल किया। उसने अपने आप को डॉक्टर नोबिता के रूप में पेश किया। उसकी मां को देखकर गर्व हुआ और उसने उसे गले लगा लिया।
नोबिता अब डॉक्टर के रूप में अपने गाँव में मरीज़ों की सेवा करने लगा। वह अपनी ज़िन्दगी में एक नया मकसद पाया और उसने अपने सपने सच किए।
इस चरित्र-संचालित कहानी में नोबिता ने अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत और जिद की मिसाल पेश की है। यह काल्पनिक और रचनात्मक कहानी है जो हमें यह सिखाती है कि हमारे सपने हमेशा पूरे हो सकते हैं, बस हमें मेहनत की ज़रूरत है।
समाप्त
24/8/2024
9:27 रात्रि