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#shadow #shadowquotes
चल मुसाफिर फिर खड़ा हो
अपने आप को समझा ले
ढूंढ रहा जिस मंजिल को तू
तू उस उम्मीद को बचा ले
कठिनाइयां है तेरे विजय पथ पर
तू बस सब्र करके उन कठिनाइयों को चिड़ा ले
पहाड़ भी रास्ता देते है सब्र करने से
तू बस हिम्मत न हार कर अपनी मुश्किलों से आंख मिला ले