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सुन नेमत-ए-ज़ीस्त मेरी,
तू आरजू-ए-आशिक़ी है मेरी,
इक मुहाफ़िज़ हूँ मैं तेरे अत्फ़ का
यही सादगी, यही बानगी है मेरी.

नेमत-ए-ज़ीस्त - Gift of life.
मुहाफ़िज़ - Admire.
अत्फ़ - Love, Kindness.
बानगी - Hallmark