...

5 Reads

सत्यार्थ हूँ पुरुषार्थ हूँ तो कैसे
स्वप्न बन जाऊँ।

दर्पण हूँ तो कैसे ना यथार्थ
प्रतिबिम्ब दिखाऊं।।




(Pic Source- Pinterest)