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अफसोस है कि जो प्यार माँ बाप हमे देते हैं वो , औलाद कभी दे ही नही सकती है।
पूरी ज़िंदगी की कमाई(तन , मन , अपना पूरा प्यार) सब कुछ लगा के जिस बच्चे को पालते हैं , वही औलाद अपनी कमाई(चन्द पैसों) का रौब दिखाती है उन्हीं पर।