...

8 Reads


हितैषी

मुझे उससे प्रेम था
मैं उसकी हर हाँ में हाँ नहीं मिलाता था
मैं उसका हितैषी था

अब वो बड़ा हो गया है
कान का कच्चा हो गया है

मुझे अब भी उससे प्रेम है
बस मैं उसकी हर हाँ में हाँ मिलाता हूँ
मैं उसका हितैषी नहीं


शुभकामनाएं। जय हिंद!
- #प्रवासी #pravasi
Insta/FB: PravasiOfficial
#AmitabhJha #अमिताभझा #yqdidi

#प्रवासीसंग्रह टैग पर कविता, ग़ज़ल, लघुकथा, हास्य, व्यंग इत्यादि रचनाएं कविताकोष, इंस्टाग्राम, YourQuote आदि पर पढ़ सकते हैं!

मेरी काव्य संग्रह अमेज़न पर वर्ल्ड वाइड उपलब्ध है।