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कोई इन बादलो से कह दो अब तो बरस जाए,
महीना ज्येष्ठ है और मेरा महबूब प्यासा है॥
न ही जीने की तमन्ना है न ही मरने की आशा है!
ये जिंदगी है गम भरी और सांसे इनकी परिभाषा है॥
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कोई इन बादलो से कह दो अब तो बरस जाए,
महीना ज्येष्ठ है और मेरा महबूब प्यासा है॥
न ही जीने की तमन्ना है न ही मरने की आशा है!
ये जिंदगी है गम भरी और सांसे इनकी परिभाषा है॥