13 Reads
समय कभी करता है विस्मित तो कभी भ्रमित,
समय निरन्तर अपनी यात्रा पर रहता नियमित;
हम लड़ते- झगड़ते वहीं खड़े रह जाते चकित,
सदा सुखी रहें मान जो पाया वह मेरा निमित्त।
13 Reads
समय कभी करता है विस्मित तो कभी भ्रमित,
समय निरन्तर अपनी यात्रा पर रहता नियमित;
हम लड़ते- झगड़ते वहीं खड़े रह जाते चकित,
सदा सुखी रहें मान जो पाया वह मेरा निमित्त।