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मैं आजकल हर उन बातों को आज़मा रहा हूं,
जिसे आजतक मैंने कभी आजमाया नहीं है..✍️
जिसे समाज हमेशा मना करता आया है..🤭
एक ही तो जीवन है, उसमें भी
उलजूलूल फालतू की रोक टोक और
पाबंदी, अब इन सबका कोई मोल नहीं,
क्योंकि अब तक जितने भी
रोक टोक पाबंदी मैंने देखें है,
वो सब केवल जीवन को
बर्बाद करने के अस्त्र शस्त्र थे,
जीवन जब उबाऊ होने लगे,
कोई मजा न आएं तो
हमें हर उन कारनामों को
करके देखना चाहिए
जिनसे जिंदगी में नयापन आ सकें,
हो सकता है, ये हमारे जीवन जीने का
वास्तविक तरीका हो..
पाबंदियों के पीछे छुपी है
एक खूबसूरत दुनिया,
मुझें उसे भी एक्सप्लोर करना है..🙂
अब परवाह नहीं कोई फिक्र नहीं..