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यूँ भी समुंदर का पानी काम नहीं आता पीने के,
किसी की प्यास यदि बुझानी हो तो व्यक्ति को सरिता होना पड़ता हैं।
बहती नदी ही प्यासे की प्यास बुझा सकती हैं।
न थमा पानी
ना ही खारा पानी..
थमा हुआ पानी
सड़ जाता हैं
पीने लायक नहीं रहता
और खारा पानी पीने लायक ही नहीं होता!
महज़ नदी का बहता पानी ही पीने लायक होता हैं
वह बहता हैं
बहता ही रहता हैं
इसीलिए ही पीने लायक होता हैं।
बहाव बहुत important हैं जीवन में!!
वह जितनी उचाई से गिरता हैं
जितने वेग में गिरता हैं
उतना ही स्वछ और निर्मल..
और स्वादिष्ट मिठा पेय हो जाता हैं।
जो प्यास भी बुझाता हैं और
साथ स्वास्थ भी देता हैं
उसमें व्याप्त परियाप्त minerals
के ज़रिए।


17.6.2024
12.24pm