...

31 Reads

इस तबस्सुम के तलबगार कई हैं लेकिन
तेरे दीदार से चेहरे पे हँसी आती है
गुफ़्तगू तुझ से अगर यार कभी हो जाए
दिन महक जाता है और रात सँवर जाती है
#दीप
#बातें मेरी तुम्हारी
#इश्क़